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- सिंधु सभ्यता का सामजिक जीवन (प्राचीन भारत )
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- समाज के चार अंग - विद्वान् , यौद्धा ,प्रशाशनिक अधिकारी , व्यापारी, श्रमिक
- परिवार - मातृ सत्तात्मक , सामूहिक परिवार प्रथा
- भोजन- अन्न , खजूर , फल , दूध , मांस , गेहूं , जौ , सूअर
- वेशभूषा - सूती , ऊनी , वस्त्र का उपयोग करते थे
- आभूषण - सोना, चांदी , ताम्बा , हाथी दांत, सौंदर्य प्रशाधन का प्रयोग, लिपस्टिक का प्रयोग
- प्रथाएं - पर्दा प्रथा , वेश्यावृति, सैंधव सभ्यता में प्रचन था
- मनोरंजन - जुआ, शिकार, नाचना , गाना ,बजाना , मुर्गों व पशुओं कि लड़ाई
- घरेलू सामान - घड़े, कलश , थाली , गिलास, कुल्लड़ , धात्विक बर्तन
- धार्मिक परम्परा - मृण्मूर्तियों ,लिंग, योनि पूजा, के संकेत , वृक्ष पूजा, आदि भी कि जाती थी
- विश्व में सर्व प्रथम सूत कातने व बुनने वाले प्रथम व्यक्ति थे
- अंतिम संस्कार - शव को गाड़ना व दफनाना
- शिन्धु में ताम्बा प्राप्त होता था - खेतड़ी, राजस्थान से
- सर्व प्रथम कपास पैदा करने का श्रेय है - सिंधु वासियों को
- हरप्पा लिपि - चित्रात्मक थी
- लोथल से बाजरा के भी प्रमाण मिले है
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